भोपाल । सीधी जिले में आदिवासी दशमत रावत पर एक भाजपा कार्यकर्ता के बेशर्मी से पेशाब करने की घटना के बाद से सियासत गरमाई हुई है । जिसमे मामा श्री का नया रूप देखने को मिला गुरुवार को सीधी पेशाब कांड के पीडि़त दशमत रावत भोपाल मुख्यमंत्री निवास पर मिलने बुलाया और सीएम शिवराज ने दशमत के पैर धोकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। सीएम शिवराज ने कहा कि इस घटना से मेरा मन काफी दुखी है। मेरे लिए जनता ही भगवान है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीडि़त से बात की ।
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Toggleसीएम ने पूछा :-
बच्चे पढ़ रहे हैं ? छात्रवृत्ति मिलती है ? कोई परेशानी हो तो मुझे बताना है। बेटी लाडली लक्ष्मी है। पत्नी को लाडली बहना का लाभ मिल रहा है? आवास योजना का लाभ मिल रहा है ? सीएम ने कहा कि बेटी को पढ़ाना है। बेटियां आगे बढ़ रही हैं। दशमत ने सीएम को बताया कि वह पल्लेदारी का काम करता है।
मुख्यमंत्री ने पीडि़त से कहा :-
मुझे बहुत दुख हुआ। मैं माफी चाहता हूं। मेरे लिए जनता ही भगवान समान है। सीएम ने दशमत को सुदामा कहते हुए कहा कि तुम अब मेरे दोस्ते हो। ये है मामला बता दें सीधी में भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला का दशमत रावत के ऊपर पेशाब करते वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही मामले में जांच के लिए जांच कमेटियां बनाई हैं। सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला के पूर्व विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला को आदिवासी युवक पर पेशाब करने के मामले में मंगलवार रात करीब दो बजे गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को सीधी पेशाब कांड पर कहा :-
कृत्य बहुत घृणित और निंदनीय बताया था। कानून अपना काम कर रहा है। ये भाजपा की सरकार है यहां कानून का राज है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद तत्काल मुख्यमंत्री के कहने पर एनएसए की कार्रवाई और कानूनी कार्रवाई कर दी गई थी। आरोपी को रात में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे रीवा जेल में रखा जाएगा। प्रशासन ने उसका घर भी तोड़ दिया है।