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Toggleस्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी के MD ने कहा : जल्द ही 25 अस्पतालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाने की उम्मीद
लगातार बढ़ रहे फर्जी हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम को लेकर इंश्योरेंस कंपनियों का सिर दर्द काफी बढ़ा हुआ है हालांकी इंश्योरेंस कंपनी फ्रॉड क्लेम को रोकने का कार्य कर रही है लेकिन गिरोह इतना ज्यादा सक्रिय है और शातिर है जिसने इंश्योरेंस कंपनी की नींद उड़ा रखी है। अब जनरल इंश्योरेंस काउंसिल अब ऐसे अस्पतालों के खिलाफ एक्शन के मूड में है, जो फर्जी हेल्थ क्लेम करते हैं। अस्पतालों पर एक्शन किस तरह के होंगे ।
अस्पतालों पर किस तरह का एक्शन हो सकता है :-
- अस्पतालों को चेतावनी जारी की जा सकती है
- कैशलेस फैसिलिटी सस्पेंड करने को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सकती है
- अस्पताल को कैशलेस और रीम्बर्समेंट सुविधा से हटाया जा सकता है
- अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है
कमिटी के मेंबर एस प्रकाश के मुताबिक, धोखाधड़ी कितनी बड़ी है, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी. स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस कंपनी के MD एस प्रकाश ने कहा, ‘जल्द ही 25 अस्पतालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाने की उम्मीद है.’
‘बीमा सतर्क’ का होगा इस्तेमाल :
कॉउंसिल बीमा सतर्क प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेगी, जो बीमा कंपनियों के बीच डेटा साझा करता है. इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से बीमा कंपनियां खराब क्लेम के बारे में डिटेल हासिल कर सकती हैं.
काउंसिल अस्पताल और बीमा कंपनियों के लिए कॉमन पैनल बनाने पर विचार कर रहा है. ये मेडिकल इंश्योरेंस के क्लेम को डिजिटाइज और मॉनिटर करने में मदद करने के लिए हेल्थ एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर भी काम कर रहा है.
इसकी निगरानी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI ) और कॉउंसिल करेगी. IRDAI स्वास्थ्य बीमा के लिए मौजूदा 52% में से सभी कैशलेस क्लेम को टारगेट कर रहा है.