नगर निगम के तत्कालीन कार्यपालक यंत्री पर भ्रष्टाचार की FIR : फर्जी बिल तैयार कर पेमेंट कराया
ग्वालियर । जिला ग्वालियर से बड़ी खबर निकल कर आ रही है सामने एक बार फिर नगर निगम अपने कारनामो को लेकर सुख्रियो में बना हुआ है । आपको बता दे की EOW (इकॉनोमिक ऑफेंस विंग) ने ग्वालियर नगर निगम के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आरएन करैया के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है। तत्कालीन कार्यपालन यंत्री ने साल 2006 से 2011 के बीच कुछ गड़बड़ निविदा निकाली और उन पर कुटरचना कर अपने कुछ ठेकेदारों को फर्जी प्रकरण बनाकर बिल का भुगतान करने का आरोप था।
मामले की शिकायत साल 2011 में की गई थी, लेकिन EOW 13 साल तक आवेदन की जांच की और अब जाकर इस प्रकरण में मामला दर्ज किया है। तत्कालीन कार्यपालक यंत्री करैया पर पहले भी एक FIR दर्ज हैं, जिसमें 18 करोड़ के घोटाले का आरोप था। उस मामले में इंजीनियर पकड़ा भी गया था।
ग्वालियर के कंपू स्थित निंबालकर की गोठ निवासी अशोक पाल ने शिकायत की थी कि तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आरएन करैया व अन्य अधिकारियों ने साल 2006 से 2011 के बीच नगर निगम की जल प्रदाय व्यवस्थाएं करने कई निविदा निकाली थीं। जिसमें उसने कूट रचना कर निविदाएं स्वीकृत कराई और काम अपने लोगों को दिलवाया। इसके बाद नलकूपों से जल प्रदाय, मोटर पंप एंड स्टार्टर मरम्मत कार्य में सेल्स टैक्स की चोरी की। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कूटरचना कर फर्जी बिल तैयार कर भुगतान भी करा दिया गया था। इस मामले में अशोक पाल ने साल 2011 में शिकायत की थी। जिसको EOW के अफसरों ने जांच में लिया।
तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आरएन करैया पर इससे पहले भी एक 18 करोड़ रुपए की हेराफेरी में फंस चुका है। इससे पहले उस पर EOW में ही भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हो चुका है। इस मामले में उसको हिरासत में भी लिया गया था।