शिवपुरी। दिनांक 28.08.2021 को फरियादी फरियादी जनार्दन सिंह कुशवाह शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक शाखा कोलारस तथा फरियादी श्री मुकेश जैन उपआयुक्त जिला सहकारिता जिला शिवपुरी ने अपने 15 बैंक कर्मचारी/अधिकारियों एवं अन्य के विरूद्ध करीव 80 करोड़ 56 लाख 21 हजार 342 रुपये की शासकीय राशि का षडयंत्र पूर्वक गबन कर खातों में फर्जी जमा की एंट्रीयां कर नगद व चैक व NEFT कर घोटाला किये जाने की रिपोर्ट करने पर अपराध क्रमांक 386/21 धारा 409 भादवि, इजाफा धारा 420,467,468,471,120 बी भादवि. व अपराध क्रमांक 15/22 धारा 409,420,467,468,471,120बी ताहि. का पंजीबद्ध कराया गया था।
उक्त घोटाले के अपराध को श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय शिवपुरी के द्वारा गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री प्रवीण कुमार भूरिया व एस.डीओपी कोलारस श्री निरंजन सिंह राजपूत को अतिशीघ्र घोटाले के आरोपीयों को गिर. कर राशि बरामद कराने के लिये निर्देशित किया गया।
थाना प्रभारी कोलारस निरीक्षक आलोक सिंह भदौरिया द्वारा मुखविर की सूचना पर से मुख्य आरोपी (10000 रूपये इनामी) को दिनांक 11.01.2022 को संस्कार सिटी बृंदावन (मथुरा) उ.प्र. से गिरफ्तार किया गया। उक्त आरेापी ने पुछताछ मे बताया कि उसके पिता सहकारिता बैंक में सुपरवाइजर के पद पर बदरवास शाखा में पदस्थ थे। दिनांक 12.12.1996 में उनकी म्रत्यु होने से मुझे अनुकंपा नियुक्ति वर्ष 1997 में चपरासी के पद पर सर्वप्रथम जिला सहकारी बैंक शाखा रन्नौद में मिली थी।उसके बाद जिला सहकारी बैंक शाखा कोलारस, शिवपुरी पुन: वर्ष 2005 में कोलारस शाखा में पदस्थ रहा।
उक्त शाखा में आरोपी भ्रत्य से कैशियर के पद के लिये वर्ष 2010 में शाखा प्रबंधक ने ठहराव प्रस्ताव कर कैशियर के पद पर पदस्थ किया, तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा आरोपी की आईडी वर्ष 2013 में तैयार करवाई उसके बाद से ही तत्कालीन शाखा प्रबंधक, आपरेटर व बाद में आये शाखा प्रबंधकों के साथ मिलकर जिला सहकारी बैंक शाखा कोलारस में अपने परिवार एवं परिचितों के खातों में फर्जी जमा राशियों की एंट्रीयां कर उन खातों से NEFT, RGTS एवं चैक के माध्यम से परिवार, परिचितों तथा बैंक सहयोगी साथियों के अन्य बैंको के खातों में जमा दिखाकर चैकों के माध्यम से, NEFT तथा नगदी के रूप में घोटाला कर घोटाले की रकम आपस मे बांट लिये थे।
भारतीय स्टेट बैंक की शाखा कोलारस से चैकों के माध्यम से नगद राशि का आहरण कर गबन किया गया।उक्त घोटाले की राशि में से आरोपी ने अपने परिवार के नाम से कोलारस में एक मकान, सिंघडा फार्म कोलारस में प्लाट, ग्राम गुनाटोरी तहसील कोलारस में 36 वीघा जमीन ,कोलारस में दाल मील, आटा मील, गुंजारी नदी कोलारस के पास जमीन तथा ग्राम कुसवन में जमीन तथा नई पुरीनी बसें करीवन 60-70 तथा ट्रक करीवन 15-20 तथा सोने के जेवरात खरीदना बताया है।
उक्त बस व ट्रकों को गवन की राशि को छुपाने के लिये फायनेंस कम्पनियों से अगल अलग फायनेंस करवाये थे।कुछ पुरानी बसें खरीदी थी जिनके मालिकों को नगद व खातों में रूपये ट्रांसफर कर दिये थे। परन्तु बसें नाम ट्रांसफर नहीं होने से मूल मालिकों के द्वारा केश लगने से वापस खींच ली गई थी। एक अन्य महिला आरोपी दिनांक 12.01.2022 को एवं उसके भाई दिनांक 13.01.2022 को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जाने पर उन्होंने अपने हिस्से की घोटाले की राशि में से करैरा में प्लाट व गुनाटोरी में जमीन करीवन 36 वीघा तथा शिवपुरी में 2 मकान व करैरा में 2 मकान एवं सोने के जेवरात खरीदे तथा ,बस, ट्रक ,कार जीपें एवं मोटर साईकिलें खरीदी होना बताया। सोने के करीवन 650 ग्राम जेवरात को मुथूट गोल्ड फायनेंश शिवपुरी में रखकर 20 लाख रूपये का लोन लेना बताया गया।
बरामद संपत्ती :- मुख्य आरोपी से कोलारस में 2 मकान व एक आटा मिल व प्लोट को पूर्व में सहकारिता विभाग द्वारा शील किया है, तथा महिला आरोपी के भाई से एक XUV 500 महिन्द्रा कंपनी की रजि. क्रमांक UP39BK6969, एवं महिला आरोपी से एक स्कोर्पियो महिन्द्रा कंपनी की रजि. क्रमांक UP39BP6969 बरामद की गई है तथा जो अन्य बसें, ट्रक, जमीन मकान ,प्लाट,सोना-चांदी के जेवरात एवं अन्य बैंको के करीव 30-35 खाते सामने आये है जिनमें भारी मात्रा की राशि का आदान प्रदान हुआ है। उनकी बरामदगी के लिये रिकवरी की कार्यवाही एवं विवेचना एवं अन्य आरोपीयों की गिर. के प्रयास किये जा रहे है।
उक्त कार्यवाही मे एसडीओपी कोलारस श्री निरंजन सिंह राजपूत, थाना प्रभारी कोलारस निरी. आलोक सिंह भादौरिया, उनि. शिखा तिवारी, उनि. रूपेश शर्मा, उनि. योगेन्द्र सेंगर, कावा. उनि. रामचंद्र शर्मा, प्रआर. दिलीप राजावत, प्रआर. भूपेन्द्र तोमर, सायबर सेल से प्रआर. देवेन्द्र सेन आर. पुष्पेन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।