अलवर के पूर्व कलेक्टर पहाड़िया सहित तीन आरोपी पांच लाख की घूस लेते गिरफ्तार, 16 लाख मांगे थे, काले धन की नकद लेनदेन की कच्ची पर्चीयां भी बरामद….
जयपुर / IAS अधिकारी और अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार को 5 लाख रुपए की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है । IAS अफसर पहाड़िया के साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक RAS अफसर अशोक सांखला और दलाल नितिन शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। नन्नूमल पहाड़िया तीन दिन पहले ही अलवर कलेक्टर के पद से रिलीव हुए थे।
एंटी करप्शन ब्यूरो डीजी बीएल सोनी ने बताया :-
कुछ दिनों पहले एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी । शिकायत में बताया था कि उसकी कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा है। काम में कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए 4 महीने के 16 लाख रुपए मासिक बंदी के रूप में रिश्वत मांगी गई थी । इस पर ADG दिनेश एमएन के निर्देश पर ASP विजय सिंह और DSP महेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई ।
तीन दिन पहले हुए थे रिलीव :-
IAS नन्नूमल पहाड़िया तीन दिन पहले ही अलवर कलेक्टर के पद से रिलीव हुए थे । एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक शिकायतकर्ता सुबह जब रुपए लेकर अशोक सांखला के पास पहुंचा । शिकायतकर्ता ने सांखला को पैसे दिए । इसके बाद सांखला ने दलाल नितिन शर्मा को इसे पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के पास पहुंचाने के लिए कहा । दलाल पहाड़िया को पैसा देने जा रहा था, उसी दौरान रास्ते में एंटी करप्शन ब्यूरो ने उसे पकड़ लिया और पहाड़िया को कलेक्टर आवास से गिरफ्तार किया । वहीं पहाड़िया के जयपुर के महेश नगर स्थित मकान में सर्च भी शुरू कर दिया है । यहां से एक हवाला ऑपरेटर की कुछ नकद लेनदेन की कच्ची पर्चीयां और कैश भी मिला है । प्रथम दृष्टि से प्रतीत होता है कि हवाला कारोबारी के यहाँ पहाड़िया का काला धन लगा हुआ है ।
एंटी करप्शन ब्यूरो कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक :-
एंटी करप्शन ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एमएन के सुपरविजन में एसीबी अलवर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह के नतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर शनिवार को उप अधीक्षक पुलिस महेन्द्र कुमार एवं उनकी टीम द्वारा ट्रैप की कार्रवाई की गई । अशोक सांखला पुत्र प्रभाती लाल निवासी गाव मदाल तहसील सांभर, जिला जयपुर को परिवादी से 8 लाख रुपए की रिश्वत प्राप्त कर, अपने दलाल नितिन शर्मा पुत्र अशोक शर्मा द्वारा ले जाते हुये एसीबी टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ लिया गया । प्रकरण में ननूमल पहाड़िया पुत्र छोटलाल निवासी पथेना, तहसील भुसावर, जिला भरतपुर को कलेक्टर आवास से गिरफ्तार किया गया है । उल्लेखनीय है कि आरोपी अशोक सांखला आरएएस द्वारा परिवादी से पूर्व में ही 5 लाख रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर लिये थे ।
विभागीय आयुक्त बनाया गया था :-
दस दिन पहले ही राज्य सरकार ने पहाड़िया का ट्रांसफर अलवर कलेक्टर से विभागीय जांच आयुक्त के पद पर किया था । तीन दिन पहले वे कलेक्टर पद से रिलीव भी हो गए थे । विभागीय जांच आयुक्त पद काफी महत्वपूर्ण पद माना जाता है, क्योंकि यह विभिन्न गड़बड़ियों में फंसे अधिकारी-कर्मचारियों से जुड़ी जांच का जिम्मा संभालता है ।