South East Delhi के गोविंदपुरी में अपने फैमिली के साथ जा रहे DTC ड्राइवर की बाइक से गिरने से मौत हो गई थी।DTC ड्राइवर के परिवार वाले भी इसे सड़क हादसा मान रहे थे, लेकिन जब डॉक्टर ने खुलासा किया कि मृतक संजीव कुमार को गोली लगी थी । पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर सभी एंगल से जांच शुरू कर दी है।
नई दिल्लीः साउथ ईस्ट दिल्ली (South East Delhi) के गोविंदपुरी में एक शख्स अपने पत्नी और बेटे के साथ बाइक से जा रहे था। तभी राह चलते अचानक बाइक से नीचे गिर पड़े। तब जख्मी हालत में मजीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत करार दिया। घर वाले जिसे सड़क हादसा मान रहे थे, लेकिन डॉक्टर ने जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट मृतक संजीव कुमार (52) को गोली लगने का खुलासा किया। परिजन भौचक्के रह गए। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर सभी एंगल से जांच कर रही है।
पुलिस का कह्ना है की, संजीव कुमार परिवार के साथ गोविंदपुरी के ट्रांजिट कैंप में रहते थे। फैमिली में पत्नी गीता के अलावा बेटा ललित (27), बेटी कोमल (20), प्रेरणा (11) और बेटा गौरव (9) हैं। संजीव डीटीसी में ड्राइवर थे और कालकाजी डिपो में तैनात थे। वह कर्मचारी यूनियन के नेता भी थे। इनके दो भाई भी आसपास ही अपनी फैमिली के साथ रहते हैं। पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी है, जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
संजीव की पत्नी गीता ने बताया :-
वह अपने पति और छोटे बेटे गौरव के साथ चक्की में गेहूं रखने गई थीं। बाइक से लौटते वक्त सब्जी खरीद कर बुधवार रात करीब 8:30 बजे ट्रांजिट कैंप के पुलिस बूथ के पास पहुंचे थे। इसी दौरान एक तेज आवाज गूंजी और उनके पति कुछ ही सेकंड में बाइक समेत गिर पड़े। और मै खुद भी बेहोश हो गईं। थोड़ी देर में होश आया तो उनकी सास भी वहां पहुंच चुकी थीं। दोनों ने शोर मचाया तो पति को जख्मी हालत में राहगीरो ने अस्पताल पहुचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत करार दिया ।
फैमिली पहले इसे सड़क हादसा मान रही थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि संजीव को गोली लगी है। पुलिस को 9:20 बजे कॉल कर बताया गया कि कुछ लोग एक मरीज को लेकर आए हैं, जो एक्सिडेंट बता रहे हैं, लेकिन ये मर्डर लग रहा है। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने किसी से भी रंजिश या दुश्मनी से इनकार किया। गीता का कहना था कि उन्होंने किसी को भी गोली चलाते हुए नहीं देखा। इससे पुलिस को मामला पेचीदा लगा ।
सीसीटीवी में दिखे दो बदमाश :-
पुलिस टीम ने वारदात वाली जगह के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इससे खुलासा हुआ कि फतेह सिंह मार्ग मार्केट से लौटते वक्त संजीव बाइक पर पत्नी और बच्चे के साथ दीपालिया पब्लिक स्कूल पर पहुंचे थे। इसी दौरान करीब 8 बजे दो लोग एक बाइक पर सवार होकर उनके पीछे आए। एक बदमाश ने संजीव पर पीछे से फायर किया, जो गोली उनके दाएं तरफ के कंधे में लगी। इससे वो कुछ सेकंड के बाद चलते-चलते बाइक से गिर पड़े। बदमाशों को उस समय किसी ने गोली मारते हुए नहीं देखा, इसलिए सभी पहले इसे सड़क हादसा मान रहे थे।
किसी से रंजिश नहीं तो मर्डर क्यों ?
संजीव के भाई प्रदीप कुमार ने बताया कि उनकी फैमिली या संजीव की किसी से कोई दुश्मनी या रंजिश नहीं रही है। संजीव समेत दो भाई सरकारी नौकरी में रहे, जबकि तीसरा भाई एंबेसी की गाड़ी चलाता है। संजीव डीटीसी कर्मचारियों की यूनियन का नेता थे, लेकिन वहां भी उनकी कभी कोई रंजिश नहीं रही है। फैमिली में भी कोई ऐसी बात नहीं है। इसलिए हत्या की वजह समझ नहीं आ रही है। पुलिस अफसरों ने बताया कि सभी एंगल खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है, जिनके पकड़े जाने पर ही हत्याकांड का खुलासा हो सकेगा।