दमोह / पिछले कुछ वर्षों में राशि जमा कर दोगुने करने का झांसा देने वाली कई निजी चिटफंड कंपनियां जनता को ठग चुकी हैं, ऐसा ही मामला फ्यूचर मेकर कंपनी का संज्ञान में आया है। इस कंपनी ने भोलीभाली जनता को बरगला कर जनता की गाढ़ी कमाई कंपनी में जमा करा लिये जब लोगो को कंपनी के उपर शक हुआ तब कुछ लोगो ने कंपनी में जमा पैसे वापस मांगे तो कंपनि के डायरेक्टर ने चेक दे दिये। और कंपनी ऑफिस मे ताला बन्द कर रफू चक्कर हो गया । जिन लोगो को रुपए लौटाने के लिए 12 करोड़ रुपए के चेक थमाए थे । जब उन्होने चेक बैंक में जमा किया तो सारे चेक बाउंस हो गए।
चिटफंड कंपनि सीएमडी जेल में बंद है :-
दमोह के न्यायालय से 12 करोड़ रुपए के चेक बाउंस के मामले में आरोपी सुरेश कुमार निवासी ग्राम शीशवाल, हिसार, हरियाणा को नोटिस जारी कर उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। दरअसल, सुरेश कुमार फ्यूचर मेकर कम्पनी के सीएमडी राधेश्याम सुथार का भांजा है। राधेश्याम सुथार पिछले तीन सालों से फ्यूचर मेकर द्वारा किये गए घोटाले में जेल में बंद है। राधेश्याम द्वारा जेल में रहने के दौरान अपने भांजे सुरेश कुमार व रवींद्र कुमार उर्फ सुंदर के माध्यम से दमोह जिले के लेनदारों का मामला सेटल करने 12 करोड़ का चेक व एग्रीमेंट दमोह के लीडर व निवेशक विजय दुबे के नाम से जारी किया था। जो बाउंस हो जाने पर विजय दुबे द्वारा न्यायालय के माध्यम से फ़्यूचर मेकर के खिलाफ़ करवाने केस किया है।
चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं :-
मामले में पैरवी कर रहे अधिवक्ता मनीष नगाइच ने बताया के दमोह से फ्यूचर मेकर कम्पनी के जवाबदारों के खिलाफ पूर्व में आपराधिक मुकदमा पंजीबद्ध हो चुका है। जिसमें से 04 आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके हैं। शेष की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस प्रयासरत हैं। उनके द्वारा दमोह में ठगे गए जमाकर्ताओं के हित में पूर्व में ही फ्यूचर मेकर के ठगों के खातों पर होल्ड लगवा कर उनकी संपत्ति सीज करवाने के आदेश न्यायालय दे चुका है, जो फिलहाल प्रक्रिया में हैं.।अधिवक्ता ने बताया के उनके द्वारा इस मामले में राशि दिलाने सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी पेश करवाई है। इतने प्रयासों के बाद फिलहाल फ्यूचर मेकर कम्पनी जल्द ही दमोह के पीड़ितों की राशि अदा कर सकती है।