उत्तर प्रदेश । लखीमपुर खीरी जिले में सनसनीखेज मामला सामने आया है। निघासन कोतवाली क्षेत्र में दो नाबालिग दलित सगी बहनों का शव गन्ने के खेत में पेड़ पर लटकता मिला, खेत में काम पर जा रहे ग्रामीणों ने जब शव देखा तो सकते में आ गए। ग्रामीणों ने आनन-फानन में इसकी सूचना लड़कियों को परिजनों और पुलिस को दी। जानकारी होते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने तीन युवकों पर अगवा कर हत्या का आरोप लगाते हुए निघासन चौराहे को जाम कर दिया।
हालांकि एसपी के समझाने पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। लखनऊ जोन की आईजी लक्ष्मी सिंह भी मौके पर पहुंच रही हैं। बता दें, निघासन कोतवाली क्षेत्र के तमोलिनपुरवा गांव निवासी अनुसूचित जाति के रामपाल का घर गांव के उत्तर छोर पर है। उसके घर के आसपास गन्ने के खेत शुरू हो जाते हैं। गांव की बाकी बस्ती थोड़ी दूरी पर है। बुधवार शाम करीब पांच बजे रामपाल घर पर नहीं था। वह धान काटने गया था, उसकी बीमार पत्नी माया देवी घर पर थी। रामपाल की दो बेटियां मनीषा (17) और पूनम (15) घर के बाहर लगी चारा मशीन पर जानवरों के लिए चारा काटने जा रही थीं।
मां ने रोका तो लात मारकर गिरा दिया:-
मां माया देवी ने बताया कि तभी सफेद बाइक पर सवार तीन अज्ञात युवक वहां पहुंचे। इनमें से दो ने मनीषा और पूनम को दबोच लिया और गन्ने के खेत में खींचकर ले जाने लगे। उनका तीसरा साथी बाइक लेकर रास्ते पर चला गया। माया देवी ने शोर मचाते हुए उनका पीछा किया तो एक ने उसे लात मारकर गिरा दिया। इसके बाद वे दोनों लड़कियों को लेकर वहां से खेत में होकर भाग गए।
40 मिनट तक लड़कियों को ढूंढते रहे ग्रामीण :-
माया देवी के शोर मचाने पर गांव से तमाम लोग उसके घर पहुंचे और फिर गन्ने के खेतों में होकर लड़कियों की तलाश शुरू की। करीब 40 मिनट बाद गांव से करीब पौन किमी दूर अजय सिंह के गन्ने के खेत में लगे खैर के एक छोटे पेड़ में दुपट्टे के सहारे लड़कियां लटकती मिलीं। सूचना पाकर कोतवाल चंद्रभान यादव गांव पहुंचे। वहां ग्रामीणों ने काफी रोष जताया, लेकिन किसी तरह शवों को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
गन्ने के खेत में लगे खैर के एक छोटे पेड़ में दुपट्टे के सहारे लड़कियां लटकती मिली
लखीमपुर खीरी रवाना कर दी गई एंबुलेंस :-
हालांकि जिस एंबुलेंस से दोनों की लाशें ले जाई जा रही थीं, उसको ग्रामीणों ने घेर लिया और लाशों को ले जाने से मना करने लगे। पुलिस ने पिता रामपाल समेत एंबुलेंस को किसी तरह वहां से निकाल दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस गाड़ी को घेर लिया। उनको समझा-बुझाकर किसी तरह गाड़ी को वहां से निकाला। एंबुलेंस को निघासन में रोकने के लिए तमाम ग्रामीण बाइकों से भागे, लेकिन मामले की नजाकत भांपते हुए पुलिस अफसरों ने एंबुलेंस को निघासन में बिना रोके सीधे लखीमपुर रवाना कर दिया।तीनों युवक वहीं बाइक सवार तीनों युवकों पर नाबालिग किशोरियों को घर से अगवा कर मार कर लटकाने का आरोप लगा है।
मृतक लड़कियों की मां माया देवी ने बताया :-
तीनों युवक पास के गांव लालपुर के रहने वाले हैं. तीनों प्रतिदिन उनके घर के सामने से बाइक से गुजरते थे. घटना के बाद से मृतक लड़कियों के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ जोन की आईजी लक्ष्मी लिंह भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं.