ग्वालियर । पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को जरिए मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि विगत दिनों थाना विश्वविद्यालय क्षेत्रांतर्गत बत्रा साड़ी के शोरूम पर हुई चोरी की बारादात को अंजाम देने वाले चोरों को साठ फुटा रोड़, कुम्हरपुरा के पास देखा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में सीएसपी मुरार / डीएसपी अपराध श्री ऋ़षिकेश मीणा,भापुसे एवं सीएसपी विश्वविद्यालय श्री रत्नेश सिंह तोमर के कुशल मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरी. दामोदर गुप्ता के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच एवं थाना विश्वविद्यालय पुलिस बल की संयुक्त टीम को मुखबिर के बताये स्थान साठफुटा रोड़, कुम्हरपुरा भेजा गया ।
साड़ियों के शोरूम पर लाखों की चोरी करने वाले 03 शातिर चोरों को ग्वालियर पुलिस ने किया गिरफ्तार ।
पुलिस टीम को उक्त स्थान पर मुखबिर के बताये हुलिया के दो बदमाश वहां खड़े दिखाई दिये, जिन्होने पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख भागने का प्रयास किया। परन्तु पुलिस टीम द्वारा उक्त दोनों बदमाशों को घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पकड़े गये दोनों बदमाशों से थाना विश्वविद्यालय क्षेत्रांतर्गत बत्रा साड़ी के शोरूम पर हुई चोरी की बारादात के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा घटना कारित करना स्वीकार किया गया।
पुलिस टीम द्वारा और अधिक पूछताछ करने पर उन्होने बताया कि उनके तीसरे साथी द्वारा ही उक्त चोरी की बारदात का प्लान तैयार किया गया था एवं उक्त साथी पूर्व में बत्रा साड़ी शोरूम पर काम कर चुका है इसी वजह से उसे शोरूम के हर हिस्से की जानकारी थी। पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये दोनों चोरों की निशादेही पर उनके तीसरे साथी को भी उसके घर से धरदबोच लिया गया। पकड़े गये चोरों में से दो सगे भाई है।
पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये तीनों बदमाशों की निशादेही पर उनके पास से चोरी की गई रकम में से कुल 01 लाख 97 हजार 100 रूपये, 04 मोबाइल कीमती 70 हजार रूपये, चांदी का कछुआ, गणपती की छोटी मूर्ति एवं घटना में प्रयुक्त एक्टिवा कुल कीमती मशरूका 04 लाख 37 हजार रूपये का बरामद किया जाकर विधिवत जप्त किया गया । पुलिस टीम द्वारा चोरी की गई राशि के संबंध में पूछताछ करने पर पकड़े गये चोरों द्वारा उक्त रूपये से अपनी लोन की राशि जमा करना, क्रेडिट कार्ड का बिल जमा करना एवं जुऐ में रकम हार जाना बताया गया।
बरामद मशरूका :- चोरी की गई रकम में से 01 लाख 97 हजार 100 रूपये, 04 मोबाइल (कीमती 70 हजार रूपये), चांदी का कछुआ, गणपती की छोटी मूर्ति एवं घटना में प्रयुक्त एक्टिवा कुल कीमती मशरूका 04 लाख 37 हजार रूपये।
मुख्य भूमिका :- उक्त नकबजनों को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के सउनि. राजीव सोलंकी, प्रआर. रामबाबू, सतेन्द्र सिंह, आर. आशीष शर्मा, गौरव आर्य, अरूण पवैया एव थाना विश्वविद्यालय के उनि. रोहित सिंह भदौरिया, उनि ब्रह्मानंद शर्मा, सउनि. भूपेन्द्र कटारे, प्रआर. हरवीर का सराहनीय योगदान रहा है।