ग्वालियर । गीता का आध्यात्मिक सत्य सार ब्रह्माकुमारी कृष्णा दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से गीता का सत्य सार गीता ज्ञान यज्ञ का आयोजन जय मां काली वाटिका नौ महिला में किया जा रहा है। जिसमें आज कलश यात्रा निकाली गई जो की शहर के मुख्य मार्गों से होते होए भागवत पंडाल में पहुंची।
जिसमें आज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कृष्णा दीदी जी (सेवाकेंद्र प्रभारी पोरसा) ने आज कथा के प्रथम दिन में गीता का सत्य सार समझाते हुए बताया गीता सर्वशास्त्र शिरोमणि है सर्व धर्मों का आधार गीता है। आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां कहा जाता है अनिश्चितता का समय है व चुनौतियों से भरा समय है। जहां हर वक्त व्यक्ति को किसी न किसी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, उस चुनौती को पार करने के लिए कोई ना कोई विधि ढूंढनी आवश्यक है ऐसे समय में श्रीमद्भगवद्गीता हम सबको जीवन जीने की कला सिखाती है | कुछ लोगों का मानना है । जीवन में जिस प्रकार के संघर्षों से मनुष्य आत्मा गुजरती है। उन संघर्षों का समाधान इस श्रीमद्भगवद्गीता के ज्ञान से स्पष्ट हो जाता है।
स्वयं निराकार परमात्मा शिव ने गीता में किए गए वायदे अनुसार की जब सृष्टि पर धर्म गिलानी होगी तब परमात्मा को अधर्म का नाश कर सत् धर्म की स्थापना करने सृष्टि पर अवतरित होना ही पड़ेगा। हम सभी धर्म पक्ष के पांडव है हम अपने धर्म को बढ़ाने में लगे हुए हैं तत्पश्चात बाल कलाकारों द्वारा श्री कृष्ण अर्जुन संवाद भी दिखाया गया।