Latest News Delhi : चर्चित कंझावला केस में : घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड
नई दिल्ली । 20 साल की अंजलि की 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरमियानी रात को उस वक्त मौत हो गई थी, जब एक कार ने उसकी स्कूटी को टक्कर मार दी थी। अंजलि कार के नीचे फंस गई थी और उसे सुल्तानपुरी से कंझावला तक करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था। पुलिस के मुताबिक, कार में पांच लोग पार्टी कर रहे थे, जिनमें से एक घटना से पहले वाहन से उतर गया था।
11 पुलिसकर्मी सस्पेंड, लापरवाही बरतने का आरोप
दिल्ली के चर्चित कंझावला केस में लापरवाही बरतने के आरोप में 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है ये सभी पुलिसकर्मियों उसी रुट पर ड्यूटी पर तैनात थे, जहां ये वारदात हुई थी। सस्पेंड पुलिसकर्मियों में से 6 पीसीआर की ड्यूटी में तैनात थे और 5 पुलिसकर्मी पिकेट पर तैनात थे। इन पुलिसकर्मियों में 2 सब इंस्पेक्टर, 4 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 4 हेड कॉन्स्टेबल, 1 कॉन्स्टेबल शामिल हैं।
गुरुवार की शाम गृह मंत्रालय ने कंझावला मामले में दिल्ली पुलिस को तीन पीसीआर वैन और दो पिकेट में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने पीसीआर वैन और जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को भी अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में जांच रिपोर्ट में तथ्य आये सामने
विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति की ओर से एक रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई अधिकारियों ने कहा कि उस रात ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दायर करने का निर्देश दिया है ताकि दोषियों को सजा मिल सके। दिल्ली पुलिस को भी यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है कि जांच में कोई शिथिलता न हो और वे जांच की प्रगति के संबंध में गृह मंत्रालय को पाक्षिक रिपोर्ट सौंपें।