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दिल्ली के प्रगति मैदान में 9 से 10 सितंबर तक होगा G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन

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दिल्ली के प्रगति मैदान में 9 से 10 सितंबर तक होगा G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन के लिए मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। मॉरीशस के पीएम प्रवीण कुमार जगन्नाथ समेत कई मेहमान गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को पहुंचेंगे। सबसे पहले मंगलवार को नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू दिल्ली पहुंचे थे। जिनका स्वागत केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने किया था।

इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर लगी हुई है। सरकार की कोशिश है कि इस आयोजन के माध्यम से भारत की ताकत व नेतृत्व क्षमता पूरी दुनिया देखेगी। G-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत वैश्विक नेताओं के साथ दुनिया की समस्याओं पर महामंथन करने लिए तैयार है। दिल्ली सज चुकी है। अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच 140 करोड़ भारतवासी वसुधैव कुटुंबकम की थीम और अतिथि देवो भव की भावना से विदेशी मेहमानों का स्वागत करने के लिए बेकरार हैं।

यह शिखर सम्मेलन प्रगति मैदान में खास तौर से बनाए गए भारत मंडपम में आयोजित हो रहा है:

जहां दुनिया भर के नेता और उनके साथ आया डेलिगेशन सशक्त भारत की ताकत और विजन को देखेंगे। बिग पॉवर्स लीग में एंट्री की सीढ़ी G-20 ऐसे देशों का समूह है, जो दुनिया पर बड़ा आर्थिक प्रभाव डालते हैं। यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली संगठन भी माना जाता है। इस बार यह G-20 देशों का 18वां सम्मेलन है, जिसके चेयरमैन पीएम मोदी हैं। ये आयोजन भारत के लिहाज से काफी अहम है।

भारत की ताकत व नेतृत्व क्षमता देखेगी दुनिया:

पहली बार दुनिया की सारी मुख्य ताकतें भारतीय मेजबानी में एक टेबल पर जमा होंगी। ये भारत की मेजबानी प्रतिभा की भी परीक्षा है क्योंकि इसे भारत की बिग पॉवर्स लीग में एंट्री की सीढ़ी भी माना जा रहा है। इस वजह से भी मोदी सरकार ने इसकी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है। महामंडपम के उद्घाटन के मौके पर G-20 सिक्का और G-20 स्टैंप जारी हो चुका है। भारत मंडपम जहां ये आयोजन हो रहा है, वो दुनिया के बड़े सेंटरों को टक्कर दे रहा है। विकसित देश बनने की ओर अग्रसर भारत इस बैठक के आयोजन के साथ ही, दुनिया को ये दिखा रहा है कि जितनी तेजी से भारत की इकॉनमी आगे बढ़ रही है। उस हिसाब से भारत विश्व के विकसित देशों के क्लब में जल्द ही शामिल हो सकता है।

भारत इस आयोजन के जरिए खुद को एक सॉफ्ट पावर के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहा है:

दुनिया पर मंदी का साया है। कोरोना के बाद वैश्विक व्यापार प्रभावित है। चीन का बुरा हाल है। कई देशों की हालत खस्ता है। पाकिस्तान डूबने के कगार पर है। रूस-यूक्रेन में युद्ध चल रहा है, जिसका दुनिया पर बुरा असर पड़ा है। महंगाई चरम पर है। विकसित देशों में भी नौकरियों का संकट है। वहां भी महंगाई बड़ा मुद्दा है। खाद्य असुरक्षा की स्थिति है। सप्लाई चैन टूटने का खतरा है। ऐसे मुश्किल हालातों में पूरी दुनिया भारत की ओर आशाभरी निगाहों से देख रही है।

दरअसल भारत ने कोरोना काल में जिस तरह कारगर वैक्सीन बनाकर और दवाओं समेत उसे बांटकर अपनी क्षमता का परिचय करा दिया है। इसी तरह रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने में भी बड़े-बड़े देश भारत को सक्षम मानते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन आज भारत आएंगे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को 3 दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। ये राष्ट्रपति बनने के बाद उनका पहला भारत दौरा होगा। वो शाम को एयरफोर्स-1 से दिल्ली पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी भी उन्हें रिसीव कर सकते हैं। 8 सितंबर को बाइडेन पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।

बाइडेन को दिल्ली के आईटीसी मौर्या होटल में ठहराया जाएगा। बाइडेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की टीम 3 दिन पहले ही भारत पहुंच चुकी है। बाइडेन सीक्रेट सर्विस के 300 कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। दिल्ली की सडक़ों पर निकलने वाला सबसे बड़ा काफिला भी उनका ही होगा, जिसमें 55-60 गाडिय़ां शामिल होंगी। वहीं मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, बाइडेन के लिए दुनिया की सबसे सेफ कार ‘द बीस्ट’ को भी भारत लाया जा रहा है। इसी कार में बैठकर वो G-20 समिट के लिए जाएंगे।

सही समय पर सही देश में आयोजन:

सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि भारत की विविधता और उसकी असाधारण सफलताओं का अर्थ है कि G20 की अध्यक्षता के लिए वह ‘सही समय’ पर ‘सही देश’ है। इसके साथ ही सुनक ने नरेंद्र मोदी के पिछले साल के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि भारत को G20 की अध्यक्षता ऐसे समय मिली जब विश्व कई गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति ऋषि सुनक ने 9-10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले, कहा कि ब्रिटेन और भारत के संबंध दोनों देशों के वर्तमान से भी अधिक, उनके भविष्य को परिभाषित करेंगे।

पीएम मोदी के नेतृत्व की तारीफ सुनक ने कहा:

‘भारत का आकार, विविधता और इसकी असाधारण सफलताओं का अर्थ है कि यह G20 की अध्यक्षता के लिए सही समय पर सही देश है। मैं पिछले वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करता हूं और भारत जिस प्रकार वैश्विक नेतृत्व कर रहा है, उसे देखना अद्भुत है। ’प्रधानमंत्री सुनक ने कहा, ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने से लेकर जलवायु परिवर्तन से निपटने तक विश्व की मौजूदा प्रमुख चुनौतियों का सामना करने के लिए हम जी20 की अध्यक्षता के जरिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।’

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