नूंह / जलाभिषेक यात्रा से दो दिन पहले मोनू ने एक भड़काऊ पोस्ट अपने फेसबुक पेज पर डाली थी। नूंह पुलिस ने मंगलवार को मोनू मानेसर को एक नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। मोहित यादव से मोनू मानेसर बने युवक की गिरफ्तारी से हरियाणा सरकार ने एक ही तीर से कई निशाने साध लिए हैं। मामूली धाराओं में एक केस दर्ज करने के बाद मोनू की गिरफ्तारी से हरियाणा की भाजपा सरकार ने जहां कानून सबके लिए बराबर का संदेश दे दिया, वहीं सरकार से नाराज चल रहे किसानों और जाटों को भी साधने का काम कर दिया। किसान और जाट नूंह हिंसा के बाद से ही लगातार मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
नूंह पुलिस ने मामूली धाराओं में दर्ज इस केस में मोनू को गिरफ्तार किया। जो धाराएं मोनू पर लगाई गईं हैं उनमें अधिकतम सजा मात्र तीन साल और जुर्माने की हैं। पुलिस को मालूम था कि मोनू को तत्काल ही जमानत मिल जाएगी, ऐसे में इसकी सूचना राजस्थान पुलिस को दे दी। यही कारण रहा कि दोपहर 12 बजे गिरफ्तार किए गए मोनू को चंद ही घंटों बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दिया। जहां से राजस्थान पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर आरोपी को अपने साथ ले गई।