अपाहिज बुजुर्ग की सोच ही नहीं जिंदगी को भी बदला संस्था “दानपात्र” ने

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अंधविश्वास में जी रहे 85 वर्षीय अपाहिज बुजुर्ग की सोच ही नहीं जिंदगी को भी बदला संस्था दानपात्र ने

इंदौर / विचारधारा एक ऐसी चीज है जिसकी वजह से व्यक्ति किसी से भी भीड़ सकता है, वह अपने मन में एक ऐसी धारणा को जन्म दे देता है जिसकी वजह से वह किसी की नहीं सुनता है। ऐसे ही एक उल्टी विचारधारा वाले अंधविश्वासी व्यक्ति दानपात्र टीम को मिले। दानपात्र टीम जरूरतमंदो की मदद के लिए निकली हुई थी, टीम को एक व्यक्ति दिखाई दिए जिनकी दाढ़ी और बाल बड़े हुए थे और बहुत ही गंदे हो रहे थे।

जब टीम के सदस्यों ने उनकी मदद करनी चाही तो वह सदस्यों पर गुस्सा करने लगे तथा उनसे बहस करने लगे, काफी देर समझाने के बाद भी वह नहीं माने, वह एक ही बातो की रट लगाए जा रहे थे कि में अपने बाल नहीं कटवाउंगा, उनसे इसका कारण पूछा गया तो उनके पास कोई जवाब नही था। वह पता नहीं कौनसी सोच के साथ बोल रहे थे, हमे बाल नहीं कटवाने चाहिए । वही पर आस पास के लोगों द्वारा समझाने पर भी वह काका नहीं माने परंतु दानपात्र ने हार नही मानी, दानपात्र ने ठान लिया की वह इनकी स्थति सुधार कर ही जायेंगे। काफी देर समझाने के बाद उन्होंने सिर्फ अपनी दाड़ी कटवाने की हा करी।

नशा करना , गंदे रहना और खुद को शिवभक्त कहना क्या सही है

दानपात्र के सदस्यों ने बताया हमारे लिए एक ही धर्म है मानवता, ओर मानवता से बड़ा कोई धर्म नही होता है, इसी सोच के साथ टीम ने उनको अच्छे से साफ सुधरा कर के नए कपड़े पहनाए तथा उनकी स्थति पूरी तरह से बदल दी। उनको स्नान करवाने के बाद होटल में भोजन भी करवाया गया तथा कुछ कपड़े भी दिए गए। दानपात्र रोज इसी तरह कठिनाइयों के बावजूद भी जरूरतमंदो की निरंतर मेहनत करता है।

“दानपात्र” क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?

संस्था “दानपात्र” एक ऑनलाइन निः शुल्क एप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था “दानपात्र” से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है।

संस्था “दानपात्र” द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है “दानपात्र” देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है

संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।

इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में “दानपात्र” के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र।

आप भी जुड़ सकते है “दानपात्र” फाउंडेशन के इस अभियान से

आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर “दानपात्र” के इस अभियान से जुड़ सकते है इसके लिए आप “दानपात्र” के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है।

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