राजस्थान/ जैसा की हम सभी को जानकारी है की इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इस चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने जनता के बीच वादों और योजनाओं की झड़ी लगानी शुरू कर दी है । कांग्रेस भी इस राज्य में किसी भी कीमत पर अपनी सरकार की वापसी चाहती है। यही कारण है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में 23 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत समेत कई नेताओं का जुटान हुआ ।
इस मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ओबीसी वोटर्स को साधने के लिए सियासी दांव चलते हुए मोदी सरकार (Modi Govt.) पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ओबीसी को लेकर दिए इस भाषण से एक महीने पहले ही सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gahlod) ने भी राजस्थान के OBC आरक्षण 21% से बढ़ाकर 27% करने और मूल ओबीसी के लिए अलग से 6 प्रतिशत का आरक्षण करने की घोषणा की थी।
ऐसे में इस खबर में जानते हैं कि राहुल ने अपने इस कार्यक्रम में ओबीसी के लिए क्या कुछ कहा और राजस्थान की सियासत पर ओबीसी फैक्टर का कितना असर पड़ता है ?
राजस्थान में वर्तमान में ओबीसी की 82 जातियां
वर्तमान में राजस्थान में ओबीसी में 82 जातियां हैं । ओबीसी की राज्य सूची में शामिल जातियों में यादव, घांची-तेली, गिरी-गुसाईं, गुर्जर, जावा, सिरवी, जुलाहा,बड़वा-राव बागरिया, बंजारा, जांगिड़-सुथार, भड़भुजा, छीपा-नामा-रंगरेज, देसांतरी, दमामी-राण, रावणा राजपूत, दर्जी, धाकड़, कहार-कीर-मल्लाह-निषाद, लोधी, लोधा, पांचाल, फकीर, स्वामी-साध, साटिया, सिंधी सिकलीगर, स्वर्णकार-सोनी, ठठेरा, तमोली, जाट, राय सिख, हलाली कसाई, डांगी, लोधी, सोंधिया, बिश्नोई, फारुकी भटियारा, सिलावट, धोबी,माली-सैनी-बागवान,गड़रिया-गाडरी-गायरी, गाड़िया लोहार, जोगी-नाथ-सिद्ध, कच्छावा, कलाल-टाक, कंडेरा, कलवी पटेल-पाटीदार-आंजना, डांगी, प्रजापत-कुमावत, लखेरा, मेरात-काठात मिरासी, ढोली, लंगा मांगणियार, मोगिय, नाई-सैन, ओड, पटवा, रायका रेबारी, रावत, कुंजड़ा, सपेरा, मदारी, बाजीगर, नट, गदी नागोरी, सिंधी मुसलमान, मुल्तानी, मोची, देशवाली, कोतवाल-चौकीदार शामिल है।