ग्वालियर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां मां की आखों में मिर्ची डालकर बच्चे को किडनैप(Gwalior Kidnapping Case) कर लिया गया। यह घटना मुरान क्षेत्र में हुई, जहां कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रही थीं।
ग्वालियर। मुरार स्थित सीपी कालोनी में जैन मंदिर के सामने गुरुवार को सुबह दिनदहाड़े कारोबारी के छह वर्षीय बेटे के अपहरण की वारदात ने पूरे शहर को ही हिला दिया। वारदात उस समय हुई, जब शकर कारोबारी राहुल गुप्ता का केजी कक्षा में पढ़ने वाला बेटा शिवाय अपनी मां आरती के साथ स्कूल बस पर बैठने जा रहा था। घर से महज 150 मीटर दूर पहले से खड़े दो नकाबपोश बदमाशों में से एक ने आरती की आंखों में लाल मिर्च का पाउडर झोंका। इसके बाद मासूम शिवाय को उठाकर पहले से स्टार्ट खड़ी स्पोर्ट्स बाइक पर जबरन बैठाया और भाग गए।
तीन जिलों में की गई थी कड़ी नाकाबंदी
- घटना के बाद ग्वालियर, मुरैना और भिंड पुलिस सक्रिय हो गई तीनों जिलों में कड़ी नाकाबंदी की गई। करीब 14 घंटे बाद रात करीब पौने 10 बजे मुरैना जिले के माता बसई थाना क्षेत्र में बंसीपुरा क्षेत्र स्थित ईंट के भट्टे के पास अपहरणकर्ता बच्चे को छोड़कर भाग गए।
- पुलिस ने बच्चे को पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं, अपहरण की घटना को मुख्यमंत्री और डीजीपी ने संज्ञान लेकर पुलिस को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
किसी से कई दुश्मनी नहीं
पिता राहुल ने यह भी बताया कि, किडनैपर्स ने शिवाय के साथ मारपीट भी की थी, उसके चेहरे और पीठ पर मारपीट की वजह से निशान भी आए हैं। वे कहते हैं कि उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं है कि बच्चे के अपहरण के पीछे किसका हाथ है क्योंकि उनकी किसी के साथ कोई दुश्मनी भी नहीं थी। राहुल ने बातचीत में यह भी बताया कि एक साल पहले उनके साल के बेटे को भी ठीक इसी तरह आंख में मिर्ची झोंक कर अगवा करने का प्रयास मुरैना में हुआ था लेकिन वह असफल रहा था। हालांकि, बच्चा शिवाय अब भी सहमा हुआ है और ज्यादा कुछ बोल नहीं रहा है।
500 कैमरे खंगाले, अब किडनैपर्स की बारी
बच्चे की रिकवरी और मुख्यमंत्री द्वारा तारीफ पाकर ग्वालियर पुलिस भी उत्साहित है। ग्वालियर के एडिशनल एसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया, ” अपहरण के बाद ग्वालियर पुलिस ने इस वारदात को चैलेंज की तरह लेते हुए करीब 12 घंटे में बच्चे को बरामद कर लिया है और परिवार को सौंप दिया है। इसके लिए पुलिस द्वारा पूरा रूट ट्रेस किया गया था, 500 कैमरे खंगाले गए. रूट के हिसाब से मुरैना एसपी से कोऑर्डिनेट कर जगह-जगह चेकिंग कर नाकेबंदी की गई। इन हालातों को देखते हुए अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को ईंट भट्टे पर छोड़ दिया था। शुक्रवार से टेक्निकल टीम आरोपियों को ट्रेस करने के काम पर लगेगी और जल्द से जल्द उनकी गिरफ़्तारी करेगी।”
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
इधर ग्वालियर पुलिस की सतर्कता और युद्ध स्तर पर बच्चे को रिकवर करने के प्रयास की मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी तारीफ की। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा,
” मुझे यह बताते हुए संतुष्टि है कि अपहरण हुआ ग्वालियर निवासी सात वर्षीय बालक शिवाय गुप्ता, मुरैना में सकुशल मिल गया है। अपहरण की घटना की जानकारी मिलते ही मैंने डीजी पुलिस और एडीजी इंटेलिजेंस को तत्काल आवास बुलाकर पुलिस की कार्रवाई पर विस्तृत जानकारी ली। साथ ही यह स्पष्ट कर दिया था कि बच्चे को खरोंच भी आई तो अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस द्वारा तत्परता से त्वरित कार्रवाई और सघन अभियान चलाकर अपराधियों से बालक को छोड़ने पर मजबूर करने के लिए पुलिस की टीम बधाई की पात्र है। ऐसी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। मध्य प्रदेश में किसी भी अपराधी के लिए कोई जगह नहीं है।”
मुझे यह बताते हुए संतुष्टि है कि अपहरण हुआ ग्वालियर निवासी सात वर्षीय बालक शिवाय गुप्ता, मुरैना में सकुशल मिल गया है। अपहरण की घटना की जानकारी मिलते ही मैंने डीजी पुलिस और एडीजी इंटेलिजेंस को तत्काल आवास बुलाकर पुलिस की कार्रवाई पर विस्तृत जानकारी ली। साथ ही यह स्पष्ट कर दिया था… pic.twitter.com/7QhcILTIj4
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 13, 2025