भोपाल। मध्य प्रदेश के नामी प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया हाउस के पत्रकारों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट इन दिनो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इस लिस्ट में नाम के आगे संख्या और फिर संस्थान का नाम सहित मोबाइल नंबर भी दर्ज है। इस लिस्ट को लेकर सम्मान और मानहानि जैसी कई तरह की चर्चाएं जोरो पर है। इसे लेकर अब लिस्ट में दर्ज पत्रकारो में आक्रोश फैलता जा रहा है, और वह लिस्ट वायरल कर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाकर कड़ी कार्यवाही किये जाने की शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंच रहे है।
इसी कड़ी में राजधानी के पत्रकारो ने भी क्राइम ब्रांच थाने में लिस्ट वायरल करने वाले अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की है। वहीं इस वायरल लिस्ट को लेकर प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कॉग्रेस पर निशाना साधा है। जानकारी के अनुसार भोपाल के कोहेफिजा इलाके में स्थित ई-004 रिगालिया हाईट्स में रहने वाले रिजवान अहमद सिद्दीकी सहित मृगेन्द्र सिंह, धनंजय प्रताप सिंह और जितेन्द्र चौरसिया ने थाना क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायती आवेदन दिया था। पत्रकारो ने अपनी शिकायत में बताया है कि उनके पास सोशल मीडिया प्लेटफॅार्म भड़ास फॉर मीडिया पोर्टल की लिंक एवं अन्य लिंक एचटीटीपीएस://डब्ल्यू. भड़ास4 मेडिका. कॉम/एमपी-वायरल-लिस्ट-डिटेल/ के साथ एक लिस्ट प्राप्त हुई।
इस लिस्ट में उनके साथ-साथ भोपाल व मध्यप्रदेश के अन्य पत्रकारों के भी नाम दर्ज है। सोशल मीडिया पर वायरल इस सूची के पत्रकारों पर परिवहन विभाग से अवैध वसूली एवं भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे है। फरियादी का आरोप है कि उपरोक्त कूटरचित फर्जी सूची को वायरल कर उनके और अन्य पत्रकारो की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकार से दुष्प्रचार एवं सोशल मीडिया में वायरल करने वाले अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध अपराधिक मामला दर्ज कर एवं फर्जी वायरल सूची की प्रमाणिकता एवं सत्यता की जांच कर वैधानिक कार्यवाही की जाये। लिखित शिकायत की जॉच के बाद क्राईम ब्रांच पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 336 (4), 356 (2) बीएनएस का मामला कायम कर आगे की जॉच शुरु कर दी है।
पत्रकारो ने शिकायत के साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल की गई पोस्ट और वायरल सूची के स्क्रीनशाट भी दिये गये है, जिसके आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है।
सीएम ने साधा कॉग्रेसं पर निशाना :
इस मामले में प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के सम्मानित पत्रकार बंधुओं से संबंधित वायरल सूची पूर्णतः अप्रमाणिक, असत्य और भ्रामक है। सीएम ने आगे कहा कि यह सूची देशभर में शानदार और धारदार पत्रकारिता के लिए प्रसिद्ध मध्य प्रदेश के पत्रकारों की छवि को धूमिल करने का एक कुत्सित प्रयास है। उन्होनें कॉग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह स्पष्ट रूप से कांग्रेस के डर्टी ट्रिक डिपार्टमेंट की एक गंदी उपज प्रतीत होती है। इस अप्रमाणिक सूची पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया मध्यप्रदेश के पत्रकारों का घोर अपमान हैं। पत्रकार साथियों की कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी सन्देह से परे है। कांग्रेस लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर कीचड़ उछालना बंद करें।