हर काम में पत्रकार को याद किया जाता है। लेकिन बात आए पत्रकार सम्मान की तो उन्हें नजर अंदाज किया जाता है।
पत्रकार पंकज तिवारी की कलम से
ग्वालियर – हर काम में पत्रकार को याद किया जाता है । अगर कॉलोनी में सफाई ना हुई हो नाली। तो पत्रकार को बुलाओ। अगर सड़क साफ नहीं है तो पत्रकार को बुलाओ। कहीं झगड़ा हो गया है तो बुलाओ। अगर कहीं कोई समस्या है तो पत्रकार को बुलाओ।
यानी कि हर काम में पत्रकार को याद किया जाता है।चुनावी दौर का समय चल रहा है चाहे वह किसी भी पार्टी का राजनीति का आदमी है सभी भागम भाग लग रहे हैं एवं जगह-जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हो रही हैं और ऐसे में सभी पत्रकारों से उम्मीद रखते हैं। कि हर कोई पत्रकार उनका समाचार चलाएं लेकिन जब पत्रकारों के सम्मान की बात आती है तो यही लोग टालमटोल करते हैं।
और इनको दिन में भी आसमान में तारे नजर आते हैं । और हम पत्रकार भाइयों को नजरअंदाज किया जाता है ।पत्रकार भाइयों हमें ध्यान रखना चाहिए चाहे हम किसी भी पेपर या किसी भी चैनल से हो आखिर मैं तो हम सब पत्रकार भाई है तो फिर मैं उन पत्रकार भाइयों से पूछूँगा कि हम जिनके लिए दिन रात हर सेवा में उपस्थित रहते हैं। और वही लोग हमारे मान सम्मान में कमी रखें तो फिर आप ही बताएं क्या हम ऐसे लोगों का समाचार क्यों चलाएं बंद करो, जहां पत्रकारों का सम्मान नहीं वहां कोई समाचार कवरेज नहीं।
तिरछी नजर के साथ बेखौफ सच लिख रहा हूं और पूछ भी रहा हूं ।कि आखिर उनका समाचार क्यों चलाएं। और जिस पत्रकार को अपने सम्मान का ख्याल होगा तो वह शायद कवरेज ऐसी जगह की नहीं करेगा जहां पत्रकारों का सम्मान ना हो।