नई दिल्ली । देश के मनोनीत मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने शुक्रवार को आयोजित विदाई समारोह में मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ की भावुक प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में उनके योगदान की खाली जगह हमेशा महसूस की जाएगी। न्यायमूर्ति खन्ना ने कहा, “जब न्याय के जंगल में एक विशाल पेड़ पीछे हटता है, तो पक्षी अपना गीत बंद कर देते हैं।” उन्होंने कोर्ट में चंद्रचूड़ की विदाई से होने वाले खालीपन को शिद्दत से महसूस करने की बात कही।
समारोह में सीजेआई चंद्रचूड़ ने अपने विदाई संदेश में हँसी और भावुकता का मिश्रण पेश किया। उन्होंने कहा, “शायद मैं सबसे अधिक ट्रोल किए जाने वाला जज हूँ। अब ट्रोल करने वाले बेरोजगार हो जाएंगे।” साथ ही, उन्होंने बशीर बद्र के शेर से अपनी मुखालिफत का सम्मान करने की बात कही।
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ 10 नवंबर को अपने दो साल के कार्यकाल के बाद 65 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर से 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालेंगे, चंद्रचूड़ ने उनके नेतृत्व में न्यायपालिका के उज्ज्वल भविष्य पर विश्वास व्यक्त किया।